रीवा

Mauganj news:दिव्याग शिविर का SRP महाविद्यालय हनुमना मे किया गया आयोजन।

Mauganj news:दिव्याग शिविर का SRP महाविद्यालय हनुमना मे किया गया आयोजन।

 

 

 

 

हनुमना ज.प. मे पदस्थ अधिकारी की वज़ह से भूखे प्यासे पेट लौटना पड़ा दिव्याग मरीज़ एवं उनके परिजन को घर के लिए वापस

दिव्याग परीक्षण शिविर मे लगे डॉक्टर की देखने को मिली लापरवाही

शिविर मे यू.आ.ई.डी. की सुविधा न मिलने से परिजन ने अपने दिव्याग मरीज़ को लौटना पड़ा घर

नाममात्र के लिए लगी थी शिविर

हनुमना-नवगठित जिला मऊगंज के हनुमना ब्लॉक मे जबलपुर तथा निष्क पुनर्वास केंद्र रीवा के रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा दिव्याग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें जिला प्रशासन मऊगंज एवं एसडीएम हनुमना के द्वारा इस मे हनुमना जनपद कार्यालय मे पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी की लगाई गई थी ड्यूटी दिव्याग जो भी आए जो चल न पाए उन्हें सहायता देकर उनका पंजीयन कराया जाए। और उनकी जाच कराकर जो भी कागजात की कमी हो उन्हें ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार सहायक उस कागजात को कम्प्लीट कर एवं करवाकर उन्हें जाच कराने के बाद प्रमाण पत्र दिलाया जाए एवं भोजन की पैकेट वितरित की जावे पानी पीने की उचित व्यवस्था की जावे लेकिन हनुमना जनपद मे पदस्थ अधिकारी कर्मचारी पेड़ के नीचे अधिकारी कर्मचारी एवं सरपंच सचिव भी मिलकर उसी दरबार मे हिस्सा लेकर सरपंच सचिव दरबार करने लगे और बगल मे कुलर लगाकर हवा ले रहे थे उसी धूप मे दिव्याग पीड़ित के परिजन जब कुलर को अपनी तरह फ़ेर लिया गया तो जनपद मे पदस्थ अनिल पाठक के द्वारा उस पीड़ित परिजन को अनिल पाठक के द्वारा लगाई गई तेज से फटकार और वहीं आपको बता दे कि इस हनुमना ब्लॉक के अतंर्गत लगी शिविर मे जनपद पंचायत हनुमना कार्यालय के अतंर्गत 98 ग्राम पंचायत आती है। जिसमें सभी सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक को सूचना दी गई थी अपने-अपने ग्राम पंचायत से दिव्याग मरीज़ कॊ उनका परीक्षण कराकर उन दिव्याग मरीज़ को उनको दिव्याग प्रमाण पत्र दिया जावेगा और उन दिव्याग मरीज़ को उपकरण वितरित किया जायेगा।

लेकिन इस शिविर मे 20 ही सिर्फ ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव रोजगार आए है और पंचायत के सरपंच सचिव बन गए अंजान नहीं पहुचे अपने अपने पंचायत से लेकर शिविर मे दिव्याग मरीज़ और जो भी दिव्याग मरीज़ एवं उनके परिजन आए थे। उनको भी आख मे आसु लेकर लौटना पड़ा वापस पैर घर देखने के लिए नाममात्र के लिए लगी थी शिविर जब दिव्याग के पिता.पुत्र भाई. बहन.माता. भतीजा दिव्याग के परिवार जब अपने साथ मे लाए थे। मरीज़ का परीक्षण कराने पंजीयन होने के बाद यू.आ.ई.डी का न होने से उनका नहीं हो पाया परीक्षण और साथ मे ही उन पीड़ित परिजन को बताया गया कि यू.आ.ई डी. आपको इसकी सेवा यहा से नही जाएगी आपको यू.आ.ई.डी नंबर के लिए बोला गया आपको जाना पड़ेगा रीवा क्या पता हनुमना मे लगी शिविर मे दिव्याग मरीज़ को नहीं दी गई यू.आ.ई.डी की इसकी सुविधा पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक भी दिव्याग मरीज़ का जारी कर सकते है। और दिव्याग मरीज़ को uid की सुविधा मिल सकती थी पंचायत से भी लेकिन पंचायत के सचिव एवं GRSनहीं चाहे क्या दिव्याग मरीज़ या उनके परिजन से थी सरपंच सचिव रोजगार सहायक की दुश्मनी इसलिए नहीं कि गयी मरीज़ की सुविधा आखिरकार अब देखना दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन मऊगंज एव जिला पंचायत रीवा इन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हनुमना एवं
सचिव रोजगार सहायक के ऊपर क्या करती है। कार्यवाही लापरवाह अधिकारी एवं पदाधिकारी के क्या करेंगे जिला प्रशासन मऊगंज जिला प्रशासन रीवा जिला पंचायत रीवा के वरिष्ठ अधिकारी आखिरकार इस लापरवाह जनपद पंचायत कार्यालय मे पदस्थ अधिकारी कर्मचारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हनुमना अवध बिहारी खरे एवं साथ मे लापरवाह पर कब होगी कार्यवाही वहीं दिव्याग मरीज़ जिसका पहले से था दिव्याग प्रमाण पत्र उनको भी uid नंबर न होने से लौटना पड़ा वापस वहीं दिव्याग परिजन को बिना टेंट बिना पेड़ की छाव मे तपने के बाद कोई भी सुविधा न मिलने से लौटना पड़ा वापस पैर दिव्याग मरीज़ को एवं उनके साथ मे आए परिजन को भूखे प्यासे पेट लौटना पड़ा वापस पैर घर देखिए किसके वज़ह से हुआ।

घर भूखे प्यासे जब दिव्याग परिजन के द्वारा जहा पर भोजन की पैकेट वितरित हो रही वहा गए तो AAO बसंत लाल पटेल के द्वारा दिव्याग मरीज़ के जब भोजन लेने गए तो बसंत लाल पटेल के द्वारा कहा गया कि सरपंच सचिव आयेगे तब भोजन पैकेट मिलेगा भोजन पैकेट देते समय दिव्याग के परिजन से लिया जा रहा था। पूरा ग्राम का नाम परिजन का नाम जानकारी देते आधे से अधिक दिव्याग मरीज़ के साथ मे आए परिजन को भूखे प्यासे पेट लेकर दिव्याग शिविर से लौटना पड़ा वापस।

धूप मे तपना पड़ा दिव्याग मरीज़ के साथ मे आए परिजन को

आज हनुमना मे दिव्याग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें अधिक से अधिक दिव्याग मरीज़ आए थे। और उनको न ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़.प. हनुमना के द्वारा नहीं की गई थी कोई व्यवस्था भूसा की तरह srp महाविद्यालय के प्राचार्य R.R.शुक्ला के द्वारा NCC छात्रों को तैनात किए गए। लेकिन NCC छात्रों के कोई सहायता नहीं की जैसे एक कमरे मे भूसा भर देते है।उसी तरह दिव्याग मरीज़ एवं उनके परिजन को उसी तरह एक जगह एकक्षा करके खड़ा कर लिए कोई सुचारू ढंग से उचित व्यवस्था नहीं रही।

दिव्याग परीक्षण करने वाले डॉक्टर की सबसे बड़ी गलती आयी सामने
दिव्याग मरीज जो न सुन पाता था न बोल पाता था। भमरहा गाव का निवासी था। दिव्याग मरीज़ के बड़े भाई के द्वारा अपने छोटे भाई को शिविर मे लाया गया था। सोचा था कि बाहर से डॉक्टर आए परीक्षण होने के कुछ उपकरण एवं दिव्याग प्रमाण पत्र मिल जाएगा तो आगे चलकर लाभ प्राप्त होगा फिर दिव्याग मरीज़ के बड़े भाई के द्वारा पंजीयन कराने के परीक्षण के लिए डॉक्टर के पास ले जाया गया तो डॉक्टर के द्वारा मशीन से चेक न कर मुह और कान से दिव्याग मरीज़ से डॉक्टर के द्वारा मम्मी पापा बुलवाने की कोशिश की जाती थी। उसके बड़े भाई के द्वारा बताया गया कि जब बचपन से सुन ही और बोल नहीं पाता तो मम्मी पापा कैसे कह पाएगा। डॉक्टर के द्वारा बिना मशीन से जाच भेज दिया गया परिजन एवं मरीज़ को घर।

एक और डाक्टर की गलती आयी सामने

एक परिजन के पिता का प्रतापगंज मे एक्सीडेंट होने से दोनों पाव से दिव्याग हो गए थे। जिसमें उनका एक पैर कट गया था और एक पैर मे गंभीर चोट आयी है। जिससे चल फिर नहीं सकते उन्हें जिसमें आए हुए शिविर मे डॉक्टर के द्वारा इतनी गंभीर दिव्याग मरीज़ को सिर्फ 60% ही दिव्याग घोषित किया जब डॉक्टर के 60% घोषित कर दिया गया तो पीड़ित मरीज़ के पुत्र गुहार लगाई गई रेड क्रॉस सोसाइटी रीवा से आए हुए अधिकारियों से लगाई पीड़ित पिता के पुत्र ने तब रेड क्रॉस सोसाइटी के अधिकारियों के द्वारा दिया गया आश्वासन

उपकरण मिलने की उम्मीद से शिविर मे पहुचे थे दिव्याग मरीज़ लेकिन देखिए आगे क्या हुआ
शिविर आयोजन की जानकारी अधिकारी कर्मचारी को एक 10 दिन पहले ही सभी को मिल गई और उसमे क्या क्या रिकार्ड लाना जरूरी है। इसकी भी जानकारी मिली थी। जिसमें uid का उल्लेख नहीं किया गया था। सूचना इस लिए मिली थी कि जिसके जिसके ग्राम पंचायत मे दिव्याग मरीज़ हो तो उनको शिविर मे लाया जावे जब सचिव grs सरपंच के द्वारा अपने ग्राम पंचायत मे इसकी सूचना दी गई उपकरण का भी वितरण होगा जानकारी होने के हनुमना मे लगी शिविर मे तादात लोग पहुचे और वहा किसी भी दिव्याग मरीज़ को उपकरण नहीं मिला और उन दिव्याग मरीज़ के साथ गए परिजन को घर वापस लौटना पड़ा।

देखिए रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा दिव्याग मरीज़ एवं उनके परिजन को क्या आश्वासन दिया गया

गए हुए मरीज़ से रेड क्रास सोसायटी के अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया गया कि कुछ चिह्नित कर उन्हें 28/09/2024 को रीवा मे बुलाकर उपकरण वितरित किया जाएगा जिसमें 372 पंजीयन मे 35 लोगों को चिन्हित उपकरण के लिए किया गया है। और अब रीवा बुलाया जा रहा है एक जिले से दूसरे मे बुलाकर फिर से बिना उपकरण दिए बिना भेज दिया जाएगा घर फिर क्या पता रेड क्रॉस सोसाइटी के डॉक्टर के रीवा बुलाकर कह दिया जाए यहा पर कुछ मरीज़ को चिन्हित कर सतना जिले मे मिलेगा उपकरण दिव्याग मरीजों को मिलेगा भी उपकरण की सिर्फ भटकाया जा रहा है।

अब देखना होगा कि इस आयोजन के दिव्याग शिविर के आयोजन के नाम पर कितने का होगा घोटाला
कन्या विवाह सब्जी मंडी मे किया गया था आयोजन जिसमें बदबूदार भोजन मिला था। वर वधू को एवं दोनों पक्ष के परिवार एवं रिश्तेदार को जिसमें उस समय ज़.प. मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय सिंह थे। लगा था कन्या विवाह के नाम पर 18 लाख रुपये की लगी थी बिल बाउचर जिसके बाद sdm हनुमना के पास शिकायत एवं सज्ञान मे आने के बाद 11 लाख की बिल हुई थी पास अब देखना होगा कि इसमे दिव्याग शिविर के नाम पर कितने का लगेगा बिल बाउचर इस समय वर्तमान मे ज.प. हनुमना मुख्य कार्यपालन अधिकारी अवध बिहारी खरे है। अब ये कितने लाख का लगाएंगे बिल।

सराहनीय भूमिका

संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय अनिल कुमार दुबे.रेड क्रॉस सोसाइटी हनुमना अध्यक्ष रघुनाथ सिंह. सचिव विजय पाल सिंह. ज.प. हनुमना के स्वच्छता अधिकारी सच्चिदानंद द्विवेदी. जनपद एडीईओ. संदीप पाण्डेय. अल्हवा खुर्द सरपंच सुमेत कोल. रोजगार सहायक संतोष जायसवाल।

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